Hanuman Ji Status
जय बजरंग बली, संकट मोचन हनुमान। आपके नाम का स्मरण ही, दूर करे सारे गम!
पवनपुत्र हनुमान, शक्ति और भक्ति का संगम। हर विपत्ति में साथ हो, ये वीर बजरंगबली का वचन!
राम का दूत, सीता का सखा, लंका दहन का महानायक। हनुमान जी के चरणों में, समर्पित है ये भक्त नायक!
पहाड़ उठा लेने वाले वीर, समुद्र लाने वाले महाबली। हनुमान जी की कृपा हो, तो पलट सकती है तकदीर सारी!
जहां धर्म होता है कमजोर, वहां खड़ा होता है हनुमान। भक्तों की रक्षा के लिए, हमेशा तैयार ये वीर बलवान!
मंगलवार का दिन शुभ हो, हनुमान जी की कृपा बरसे। हर मनोकामना पूरी हो, जीवन खुशियों से भरसे!
संकट कटे मिटे दुख, हो सुख और शांति का वास। हनुमान जी की जय हो, हर पल हर सांस!
रामभक्त हनुमान, सीता की लंका से लाए वापस। सच्चे प्रेम और भक्ति का, ये अमर उदाहरण!
पंचमुखी रूप धारण कर, राक्षसों का किया नाश। हनुमान जी की शक्ति अपार, हर विपत्ति में करें उद्धार!
हनुमान चालीसा का पाठ, दूर करे भय और कष्ट। राम का नाम जपता रहे, हनुमान जी का आशीर्वाद मिले हर क्षण!
मंदिर में बज रहे घंटे, हनुमान जी का गुणगान। भक्तों के सिर पर हाथ, कृपा बरसे वीर महाबलवान!
रुद्रावतार हनुमान, शत्रुओं का नाश करे। भक्तों की रक्षा करे, दुष्टों को धूल धार दे!
वायुपुत्र हनुमान, तीव्र गति से उड़ने वाला। लंका जलाकर लौटा था, राम का संदेश लाने वाला!
पहाड़ का टुकड़ा उठाकर, समुद्र लाए पार। हनुमान जी की शक्ति, अद्भुत और बेमिसाल!
मस्तक पर सिंदूर, गले में रुद्राक्ष का हार। हनुमान जी का रूप निराला, भक्तों को दे दिव्य ज्ञान!
राम के दूत हनुमान, सीता की आशा की किरण। अशोक वाटिका में मिलकर, दूर किया हर दुख का कारण!
लंका जलाकर लौटा था, हनुमान जी का अद्भुत कार्य। रामायण में अमर कहानी, रचाया वीरता का पथ!
मंगल का प्रतीक हनुमान, शुभता का वास करे। जीवन में खुशियां लाए, हर पल हर्ष बढ़ाए!
राम का नाम लेते ही, उभर आता है हनुमान का रूप। निस्वार्थ भक्ति का उदाहरण, सदा रहे भक्तों के अनुरूप!
संकटमोचन महावीर, हर विपत्ति को मिटाए। हनुमान जी की कृपा से, जीवन का हर पल सुखदायी हो जाए!
पवन चले जहां, वहां पहुंचे हनुमान। भक्तों की पुकार सुने, वीर बजरंगबली का यही शान!
गुप्त नवरात्रि हो या रामनवमी, हर त्योहार में छाए हनुमान। भक्ति और शक्ति का संगम, सदा करे भक्तों का उद्धार!
अंजनी का लाल, केसरी का नंदन। हनुमान जी की जय हो, वीरता का यह मंदन!
सीता मैया की रक्षा का वचन, निभाया बड़ी निष्ठा से। हनुमान जी की भक्ति, राम के चरणों में समर्पित से!